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महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की प्री-बुकिंग:महाकाल में महाशिवरात्रि पर दर्शन की सात दिन पहले से बुकिंग होगी
महाशिवरात्रि (11 मार्च) को महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग कराना होगी। मंदिर के मोबाइल एप पर सात दिन पहले से बुकिंग शुरू हो जाएगी। जो श्रद्धालु प्री-बुकिंग नहीं करा पाए वे मंदिर समिति के काउंटर पर जाकर बुकिंग करा सकेंगे। सामान्य, सशुल्क व पासधारी श्रद्धालुओं को हरसिद्धि चौराहे से प्रवेश मिलेगा। पार्किंग की व्यवस्था जयसिंहपुरा रोड पर त्रिवेणी संग्रहालय के सामने होगी। वीवीआईपी, मीडिया और पुजारी प्रोटोकॉल गेट नंबर 4 से आएंगे, जाएंगे।
महाशिवरात्रि पर तड़के भस्मआरती के बाद से दर्शन शुरू होंगे जो लगातार चलेंगे। 11-12 मार्च की रात में महापूजा होने से पट बंद नहीं होंगे। 12 मार्च को तड़के होने वाली भस्मआरती दोपहर 12 बजे होगी। साल में केवल एक बार ही भस्मआरती दोपहर में होती है। इसके पहले तड़के 6 बजे से महाकालेश्वर को फूलों, फलों से बना सेहरा चढ़ेगा, जिसके दर्शन सुबह 11 बजे तक होंगे। इसके बाद भस्मआरती की तैयारी होने से दर्शन रोक दिए जाएंगे। भस्मआरती में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहने से दोनों दिन भस्मआरती में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
दोपहर भस्मआरती के बाद फिर से मंदिर में नियमित दर्शन व्यवस्था शुरू हो जाएगी। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के बंदोबस्त के लिए संभागायुक्त संदीप यादव और आईजी योगेश देशमुख ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ सोमवार दोपहर पार्किंग, आवागमन के रास्तों और मंदिर परिसर के बाहर और भीतर की व्यवस्थाएं देखी। उन्होंने कदम-कदम पर सवाल खड़े किए जिनके जवाब कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्र शुक्ल, एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी, यूडीए सीईओ एसएस रावत, स्मार्ट सिटी सीईओ जितेंद्रसिंह चौहान ने दिए। एएसपी अमरेंद्रसिंह ने महाशिवरात्रि पर होने वाली दर्शन व्यवस्था की जानकारी दी।
निर्देश : कोरोना गाइड लाइन का पालन अनिवार्य
- सोशल डिस्टेंसिंग तथा गाइड लाइन का पालन अनिवार्य।
- पार्किंग स्थल को समतल कराकर वहां कुछ सुविधाएं भी दी जाए।
- ऑनलाइन बुकिंग से प्रवेश, बुकिंग की व्यवस्था भी करें।
- प्रवेश वन-वे रहे, आने व जाने वाले श्रद्धालुओं का आमना-सामना न हो।
- विशेष दर्शन रसीद, प्रसाद, पेयजल, जूता स्टैंड, क्लॉक रूम आदि की व्यवस्था करें।
- चलित टॉयलेट्स की व्यवस्था की जाए।
- शीघ्र दर्शन रसीद के काउंटर बढ़ाए जाएं।
- फायर सिस्टम की जांच करें।
- आपात निकासी द्वार का परीक्षण करें।
- कहीं पर भी कतारों को रोका न जाए, सतत् दर्शन कराएं।
- दर्शन व्यवस्था का ड्रायरन कराएं।
- अभी 8 मार्च तक की बुकिंग
मंदिर में ऑनलाइन प्री-परमिशन से ही दर्शन कराए जा रहे हैं। इसे जारी रखते हुए प्रशासन महाशिवरात्रि के दिन की प्री-परमिशन देना 7 दिन पहले से शुरू कर देगा। फिलहाल मंदिर के मोबाइल एप पर 1 मार्च की स्थिति में 8 मार्च तक की प्री-परमिशन दी जा रही है। अभी 11 व 12 मार्च की बुकिंग नहीं हो रही। मंदिर समिति प्रशासक एडीएम सूर्यवंशी के अनुसार 11 मार्च की बुकिंग सात दिन पहले से शुरू होगी। मंदिर के काउंटरों पर भी बुकिंग की सुविधा दी जाएगी। जो श्रद्धालु बिना प्री-बुकिंग के आएंगे, वे काउंटर पर बुकिंग करा सकेंगे। उनके लिए काउंटर रहेगा।
सीसीटीवी से होगी निगरानी
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर पहुंच मार्गों पर सूचना बोर्ड लगाए जाएंगे। जिन पर मंदिर के रास्ते, पार्किंग, सुविधाएं कहां मिलेंगी आदि के दिशा निर्देश होंगे। सभी जगह सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। मंदिर के बाहर पार्किंग, कतारों, मंदिर के भीतर अतिरिक्त कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरों से निगरानी पुलिस कंट्रोल रूम, स्मार्ट सिटी के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर व महाकाल मंदिर के कंट्रोल रूम से होगी। कतारों के बीच श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुलिस जवान तैनात होंगे। मंदिर के भीतर निजी सुरक्षा एजेंसी के गार्ड और मंदिर समिति के कर्मचारी व्यवस्था संभालेंगे।
सीढ़ियों पर रेंप जैसी व्यवस्था करेंगे
श्रद्धालुओं को मार्ग में जहां सीढ़ियां होंगी वहां अस्थायी रेंप की व्यवस्था पीडब्ल्यूडी करेगा। कार्तिकेय से गणेश मंडप आने वाली सीढ़ियों के कुछ हिस्से में रेंप बनाए जाएंगे। जहां सीढ़ियों पर रेंप नहीं बनेंगे उन पर मेटिंग की जाएगी। मार्ग पर मेटिंग की जाएगी। जहां मेटिंग खराब है, उसे ठीक करा कर लगाएंगे।
एक स्लॉट में 3500 को प्रवेश
ऑनलाइन प्री-बुकिंग के लिए दो घंटे के हर स्लॉट में 3500 लोगों की बुकिंग होगी। दर्शन सुबह 6 बजे से चालू होंगे। श्रद्धालुओं को कोरोना गाइड लाइन का पालन करना होगा।